मूली रेसिपी | मूली रेसिपी संग्रह | radish recipes in Hindi |
मूली: भारतीय व्यंजनों में एक बहुमुखी जड़
मूली, जिसे अक्सर एक साधारण साइड वेजिटेबल के रूप में देखा जाता है, कई भारतीय व्यंजनों में मुख्य स्थान रखती है। इसका तीखा, तीखा स्वाद और ताज़ा कुरकुरापन विभिन्न व्यंजनों में एक रमणीय आयाम जोड़ता है। यहाँ भारतीय व्यंजनों में मूली के व्यंजनों की दुनिया की एक झलक दी गई है:
मुख्य भूमिका: कद्दूकस की हुई मूली
सलाद और रायता: कद्दूकस की हुई मूली का एक क्लासिक उपयोग मूली लच्छा जैसे ताज़ा सलाद में होता है, जहाँ इसे हरी मिर्च, धनिया और नींबू के रस के साथ मिलाया जाता है। यह रायता, दही-आधारित संगत में भी प्रमुखता से शामिल है, जो मसालेदार करी के साथ एक ठंडा और तीखा विपरीत जोड़ता है।
करी और सब्ज़ी: कद्दूकस की हुई मूली करी में एक अनूठी बनावट और सूक्ष्म स्वाद जोड़ती है। मुलंगी करी या दक्षिण भारतीय मुलंगी सांबर जैसे व्यंजन इसकी बहुमुखी प्रतिभा को प्रदर्शित करते हैं। मूली जल्दी पक जाती है, अपनी कुरकुरीपन को बरकरार रखती है और करी के समृद्ध स्वाद को पूरक बनाती है।
मूली रेसिपी, मूली रेसिपी संग्रह, radish recipes in Hindi
भारतीय थेपला, पराठा में इस्तेमाल की जाने वाली सफ़ेद मूली
थेपला और पराठा में सफ़ेद मूली का इस्तेमाल बहुत अच्छा होता है। इस मूली थेपला रेसिपी में मूली और मूली के पत्तों दोनों का इस्तेमाल किया जाता है जो एक प्रसिद्ध स्वस्थ गुजराती पराठा है।
मूली थेपला रेसिपी | गुजराती मूली का थेपला | स्वस्थ मूली थेपला | मूली पराठा | Mooli Thepla
मूली का एक और अच्छा उपयोग स्वस्थ नाचनी के आटे के साथ संयोजन करके मूली नाचनी रोटी रेसिपी बनाना है जो वजन घटाने के लिए बहुत अच्छा है।
मूली नाचनी रोटी रेसिपी | हेल्दी मूली रागी रोटी | रॅडिश नाचनी रोटी | Radish Nachni Roti
दाल, कढ़ी और सांभर में मूली का प्रयोग |
मूली का उपयोग राजस्थानी व्यंजनों में बड़े पैमाने पर किया जाता है और इसे पीली मूंग दाल के साथ मिलाकर एक स्वास्थ्यवर्धक मूली मूंग दाल रेसिपी बनाई जाती है।
मूली मूंग दाल रेसिपी | राजस्थानी मूली पीली मूंग दाल | हेल्दी मूली के पत्ते और मूंग दाल | Rajasthani Mooli Moong Dal, Healthy Moong Dal with Mooli
भाटिया समुदाय की गुजराती कढ़ी को भाटिया कढ़ी कहते हैं जो मूली, तुवर दाल, दही और मसालों से बनाई जाती है। यह पकी हुई तुवर दाल, दही और सब्जियों के साथ बनाई जाने वाली खट्टी-मीठी कढ़ी होती है।
भाटीया कड़ी रेसिपी | गुजराती भाटीया कड़ी | मीठी और खट्टी गुजराती कढ़ी | Bhatia Kadhi ( Gujarati Recipe)
मूली के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of radish, mooli, mula, muli in Hindi)
मूली में विटामिन सी, फोलिक एसिड, कैल्शियम, पोटेशियम और फ्लेवोनोइड्स जैसे कई हृदय सुरक्षा पोषक तत्व होते हैं। ये फाइबर का भी एक अद्भुत स्रोत है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। मूली में मौजूद विटामिन सी एक एंटीऑक्सिडेंट है जो अनुत्तेजक प्रभाव (anti-inflammatory effect) देता है जो गठिया के रोगियों की मदद कर सकता है। मूली में मौजूद पोटेशियम गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। मूली के विस्तृत लाभ पढें।