ज्वार बाजरा गार्लिक रोटी - भारतीय रोटी लोह बढ़ाने के लिए, ज्वार का आटा, बाजरे का आटा और तिल 3 तत्व हैं जो इन रोटियों के लोहे के स्तर को बढ़ाता हैं। बहुत ही सरल और कम से कम सामग्री के साथ बनाया गया यह ज्वार बाजरा लहसुन रोटी अपनी पसंद के किसी भी सब्ज़ी के साथ अच्छी लगती है। लोहे का अच्छा स्तर शरीर को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की उचित पुरवठा प्रदान करता है यह सुनिश्चित करें। यह बदले में, सुनिश्चित करता है कि, थकावट न हो और काम पर एकाग्रता का स्तर भी बढ़े। इन २ रोटियों से २.२ मिलीग्राम लोहा मिलता हैं, जो आपके दिन की लोहे की आवश्यकता के 10% को पूरा करने के लिए पर्याप्त है। रोटी के उपर घी डाला जाता है जो
विटामिन ए, डी,
विटामिन ई और के जैसे वसा में घुलनशील विटामिन का एक समृद्ध स्रोत है ... ये सभी
एंटीऑक्सिडेंट हैं, जो झुर्रियों से मुक्त करके एक चमकदार त्वचा की दिशा में काम करते हैं। घी को भी उसकी एमसीटी (मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स) की उपस्थिति के कारण कमर को ट्रिम करने के लिए जाना जाता है। हालांकि लहसुन से बचा जा सकता है जो इसके मजबूत स्वाद और सुगंध का पसंद नहीं करते, लेकिन यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और रक्तचाप और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। अपने असली स्वाद को फिर से याद करने के लिए उन्हें तवा से उतार कर आनंद लें।