अन्य नाम
सूखे अदरक का पाउडर, सौंठ पाउडर, सुक्कू
वर्णन
सौंठ और कुछ नहीं लेकिन ताज़े अदरक को सूखाकर बनाया जाता है। छिलने से पहले, ताज़ी जड़ो को पानी में रात भर भिगोया जाता है, और बाद में चाकू या पीलर का प्रयोग कर ध्यान से छिल्का निकाल दिया जाता है। इन्हें दुबारा धोकर हफ्ते भर के लिए मैट या छन्नी में रखकर धूप में सूखाया जाता है। इस दौरान, इन्हें समय-समय पर पलटा जाता है। अंत में सफेद रंग का सूखा अदरक प्राप्त होता है। अकसर सफेद रंग के लिए सूखे अदरक पर कॅल्शियम कार्बोनेट की परत लगाई जाती है, लेकिन यह आवश्यक नही है और इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए।
जब इस सूखे अदरक को मिक्सर में पीसकर पाउडर बनाया जाता है, हमें सौंठ प्राप्त होता है। यह एक बारीक हल्के सफेद रंग का पाउडर होता है, जिसकी तेज़ खुशबु और स्वाद हल्का तीखा होता है।
चुनने का सुझाव
• बारीक पीसे हुए हल्के सफेद रंग का पाउडर चुनें।
• अगर सौंठ बेहतरीन होगा, आपको इसकी खुशबु बंद पैकेट के बाहार से भी आ जाएगी।
• पैकेट के सील और समापन के दिनांक की जांच कर लें।
• पैकेट को छुकर यह सुनिश्चित कर लें कि उसमें डल्ले ना हो, जो नमी के प्रस्तुत होने का चिन्ह हो सकता है।
रसोई में उपयोग
• सौंठ का प्रयोग मसाले और मिश्रण बनाने के लिए किया जाता है, जिनका प्रयोग ग्रेवी, करी, मेरीनेड, स्ट्यू आदि में किया जाता है।
• इसे इलायची, दालचीनी, सौंफ और लौंग के साथ मिलाकर चाय मसाला बनाया जाता है, जिसे तेज़ स्वाद के लिए, चाय बनाते समय उसमें डाला जाता है।
• सौंठ का प्रयोग भारतीय, खासतौर परतंदुरी स्टार्टर के लिए, पंजाबी मेरीनेड में किया जाता है।
• इसका प्रयोग अकसर जिंजर ब्रेड बनाने के लिए किया जाता है।
• साथ ही सौंठ का प्रयोग बहुत से ऐसे खाने में किया जाता है, जिन्हें गर्भवती और स्तपान कराने वाली महिलाओं के लिए बनाया जाता है, जैसे कटलू, जो गम रेसीन, घी, सौंठ, सूखे मेवे और शक्कर का मिश्रण होता है।
• सौंठ के साथ काली मिर्च और खड़ा धनिया जैसे मसालों से बनी खास चाय, तमिल नाडू और केरेला जैसे दक्षिण क्षेत्र में मशहुर है। सुक्कु कापी के नाम से जानने वाला, यह ठंड की सुबह के लिए पर्याप्त पेय है, हालांकि बहुत से लोग गर्मीयों में भी इसे चाय या कॉफी की जगह पसंद करते हैं।
संग्रह करने के तरीके
• सौंठ को हमेशा हवा बद डब्बे में रखकर, ठंडी और सूखी जगह पर रखकर नमी से दुर रखें।
स्वास्थ्य विषयक
• अपच, गले में खराश, सर्दी और खाँसी को ठीक करने के लिए सौंठ एक उपयोगी उपाय है।
• इसका प्रयोग उल्टीयों से बचने के लिए किया जाता है।
• अदरक के चिकित्सक गुण रक्त के बहाव में मदद करते हैं, आंत और गुदा को साफ करने में, शरीर से ज़हरीले पदार्थ निकालने में और त्वचा को चमकता रखने में मदद करता है।