पराठे में इस्तेमाल होने वाला एक प्रकार का कूट्टू का आटा, buckwheat flour used in parathas in hindi |
एक पारंपरिक मेक्सिकन तरह का भरवां मिश्रण, इन बकव्हीट पराठों को स्वाद प्रदान करता है, जिसे एक संपूर्ण आहार बनाने के लिए केवल एक बाउल भर सूप की आवश्यक्ता है। इन स्वादिष्ट पराठों में, कूट्टू के आटे को मकई के आटे से भी बदला जा सकता है।
स्वस्थ स्नैक्स में कुट्टू का आटा उपयोग किया जाता है | kuttu used in healthy snacks in hindi |
यहाँ एक मज़ेदार बेक्ड कूट्टू की पुरी जो स्वास्थ्यदायक रूप दिया गया है। हमने इस नुस्खे में कट्टू के आटे का प्रयोग किया है क्योंकि यह रक्तशर्करा और कोलेस्ट्रॅाल के स्तर को बेहतर तरीके से नियंत्रित करता है।
कुट्टू का आटा के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of buckwheat flour, kuttu ka atta, kuttu flour in hindi)
कुट्टू का आटा
आयरन का एक बहुत अच्छा स्रोत है और एनीमिया (
anaemia ) को रोकने के लिए अच्छा है।
फोलेट से भरपूर, यह
गर्भवती महिलाओं के लिए भी अच्छा भोजन माना जाता है। कूट्टू में
उच्च फाइबर है, जो आपके
दिल को स्वस्थ है और
मधुमेह के लिए भी अनुकूल रखता है। कूट्टू
प्रोटीन का एक समृद्ध स्रोत है और शाकाहारियों के लिए उत्कृष्ट विकल्प है। कूट्टू के 13 लाभ यहाँ देखें और पढें यह आपके लिए क्यों अच्छा है।
कुट्टू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 49 होता है, जो कम गिना जाता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स का मतलब आपके रोज़ के खाने में पाए जाने वाला कार्बोहाइड्रेट युक्त पदार्थ आपके रक्त शर्करा या ग्लूकोज़ के स्तर को कितनी तेज़ी से बढता है उसका क्रम होता है। 0 से 50 तक के खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, 51 से 69 तक के खाद्य पदार्थ का ग्लाइसेमिक इंडेक्स मध्यम होता है और 70 से 100 तक का ग्लाइसेमिक इंडेक्स उच्च माना जाता है। उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थ वजन घटाने और मधुमेह के लिए उपयुक्त नहीं होते। कुट्टू का आटा जैसे खाद्य पदार्थ जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह धीरे–धीरे अवशोषित होते हैं, इसलिए यह पदार्थ रक्त शर्करा को तुरंत बढ़ने नहीं देते। ऐसे पदार्थ वजन घटाने के लिए और मधुमेह के लिए उपयुक्त होते हैं।