वर्णन
दरदरी पीसी हुई या क्रश की हुई काली मिर्च को क्रश की हुई काली मिर्च कहते हैं। इसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है या बाज़ार से भी खरीदा जा सकता है। अगर आप इसे घर पर बनाते हैं, व्यंजन अनुसार आपको सही तरह के पाउडर मिलने की संभावन होती है-दरदरा या बारीक।
बारीक क्रश की हुई काली मिर्चः साबूत काली मिर्च को भुनकर, ठंडा कर बारीक पाउडर बना लें या मिक्सर या ब्लेन्डर में पीसकर बारीक पाउडर बना लें। इसे बहुत ज़्यादा बारीक ना पीसें कयोंकि व्यंजन में मिलाने के बाद इसके डल्ले बन सकते हैं। बारीक क्रश की हुई काली मिर्च मेरीनेड, स्ट्यू और सूप के लिए पर्याप्त होता है।
दरदरी क्रश की हुई काली मिर्चः साबूत काली मिर्च को भुनकर, ठंडा कर हाथों से पीसने वाले मिल या खल बत्ते से पीसकर दरदरा पाउडर बना लें। इन्हें ताज़ा पीसकर सलाद या स्टर-फ्राय पर छिड़के।
चुनने का सुझाव
• पहले से पैक की हुई काली मिर्च पाडउर ना खरीदें क्योंकि यह अपनी खुशबु जल्दी खो देते हैं और केवल इनका तीखापन बना रहता है।
• पहले से की हुई काली मिर्च पाडउर खरीदते समय, भरोसेमंद ब्रेन्ड में से चुनें। अन्यथा, पाउडर बनाते समय, खराब काली मिर्च भी मिलाई जाती है।
• घर पर क्रश की हुई काली मिर्च बनाये समय, भारी, साबूत, समान आकार वाली और बिना दाग वाली साबूत काली मिर्च खरीदें।
• अन्य सूखे मसाले की तरह, काली मिर्च खरीदते समय, जैविक रुप से उत्तपन्न की हुई कालीमिर्च खरीदें, क्योंकि यह आपको सुनिश्चित करेगा कि उसमें किसी भी तरह के मिलावट ना हो। काली मिर्च में मिलावट करने से उसके विटामीन सी की मात्रा कम हो सकती है।
• पैक की हुई क्रश्ड काली मिर्च खरीदते समय, समापन के दिनांक की जांच कर लें और डल्लों कि जांच कर लें, जो पैकेट में नमी का चिन्ह है।
रसोई में उपयोग
• क्रश की हुई काली मिर्च सब्ज़ीयाँ औे फल, चीज़ और नमकीन नाशते के साथ भी बेहद जतती है।
• यह सूप, स्ट्यू, स्टर-फ्राय और सलाद के लिए उपयुक्त है।
• क्रश की हुई काली मिर्च चायनीज़ फ्राईड राईस बनाने के लिए मुख्य सामग्री है।
• इसका प्रयोग घरेलु चिकित्सक कार्य में भी किया जाता है।
संग्रह करने के तरीके
• क्रश की हुई काली मिर्च को हवा बद डब्बे में रखकर ठंडी, गहरे रंग की और सूखी जगह पर रखें।
• साबूत काली मिर्च को बहुत लंबे समय तक रखा जा सकता है, वहीं क्रश की हुई काली मिर्च को 3 महीे तक ताज़ा रखा जा सकता है।
स्वास्थ्य विषयक
• जब क्रश की हुई काली मिर्च आपके स्वाद तंत्र को उत्तेजक करता है, पेट में एक संदेश पहुँचता है जो हाईड्रोक्लोरिक एसिड के स्त्रावण को बढ़ाता है, जो पाचन मज़बूत करता है।
• काली मिर्च मेन्गनीस का एक बेहतरीन स्रोत है, लौह और विटामीन के का बहुत ही अच्छा स्रोत है और खाद्य रेशांक का अच्छा स्रोत है।
• क्रश की हुई काली मिर्च को लबे समय से वातार माना जा रहा है, एक पदार्थ को पेट में गैस बनाने से रोकता है, क्योंकि यह हाईड्रोक्लोरिक एसिड के स्त्रावण को बढ़ाता है।
• साथ ही, काली मिर्च में प्रस्वेदक और मुत्रवर्धक गुण होते हैं, जो साथ ही साथ पसीना और मूत्रण को बढ़ाने मे मदद करते हैं।