उकडा चावल क्या है?
उकडा चावल वह है जिसे भूसे के अंदर ही उबाला गया है। उसनाने से चावल को इसे हाथों से तैयार करना आसान हो जाता है, इसकी पौष्टिक्ता बढ़ाता है और साथ ही इसका रुप बदल देता है। चावल को उसनाने से थायामिन जैसे आहार तत्व ब्रेन से धअन तक बाहर आ जाते हैं, जिससे उसना सफेद चावल की पौष्टिक्ता भुरे चावल जैसे होता है। इस कारण से, पुर्व 20वी सदी में उसनाने की प्रक्रीया उत्तर अमरीकन चावल के उत्पादक द्वारा अपनायी गई थी। उसनाने की प्रक्रीया अपने आप में ही 2000 साल से पुरानी है, जो पर्शियन गल्फ में उत्तपन्न हुई थी।
उसना चावल का स्टार्च जिलेटिन में बदल जाता है, जो इसे कड़ा और अन्य चावल की तुलना में पार्दर्शी बनाता है। उसना चावल को पकने में कम समय लगता है और पका हुआ चावल ज़्यादा कड़ा और चिपचिपा होता है। भारत में, उसना चावल दक्षिणी प्रांत में अधिक्तर पाया जाता है। इसका प्रयोग इडली और डोसा, साथ ही बच्चों और व्यसक् के लिए कान्जी बनाने में किया जाता है, कयोंकि यह आम कच्चे चावल की तुलना में पचाने में आसान होता है।
उकडा चावल चुनने का सुझाव (suggestions to choose parboiled rice, ukda chawal)
• उसना चावल पहले से पैक या थोक में भी मिलाते हैं।
• पहले से पैक किये हुए चावल खरीदने से पहले, समापन के दिनांक की जांच ज़रुर करें, क्योंकि चावल के प्राकृतिक तेल की वजह से वह लंबे समय तक रखने से आसानी से खराब हो सकते हैं।
• थोक में किसी भी अन्य खाद्य सामग्री खरीदते समय, इस बता का ध्यान रखें कि जिस बर्तन में चावल रखें हो, वह साफ और ढ़का हुआ हो और दुकान की बिकरी भी ज़्यादा हो जिससे ताज़े चावल मिलने की संभावना हो।
• चाहे थोक में खरीदें या पैकेट में, इस बात का ध्यान रखें कि चावल नमी और कंकड़ से मुक्त हो।
उकडा चावल के उपयोग रसोई में (uses of parboiled rice, ukda chawal in Indian cooking)
दक्षिण भारतीय इडली की रेसिपी परबोस्ड चावल का उपयोग करके | South Indian Idli recipes using parboiled rice |
1. मुलायम इडली बनाने के लिए इडली बैटर बनाने कि इस रेसिपी का उपयोग करें। यह १००% आजमाई हुई और परखा हुई इडली बैटर रेसिपी है जो दक्षिण भारत की हमारी टीम द्वारा सैकड़ों बार बनाई गई है।
2. इडली एक बहुत ही लोकप्रिय दक्षिण भारतीय नाश्ता है जो मुंबई स्ट्रीट फूड का भी पसंदीदा है। हम आपको इडली बनाने की विधि बताते हैं | परफेक्ट इडली बैटर बनाने की विधि के बारे में स्टेप बाय स्टेप रेसिपी के साथ।
दक्षिण भारतीय डोसा की रेसिपी परबोस्ड चावल का उपयोग करके | South Indian dosa recipes using parboiled rice |
1. घर बनाए डोसा बैटर के साथ आप अनेक अलग अलग तरह के डोसे और इडली बना सकते है। उदाहरण मैसूर मसाला डोसा, चायनीज डोसा, अनियन टमॅटो उपत्तपम।
2. डोसा दक्षिण भारतीय पाकशैली का मुख्य भाग है और लोकप्रियता में यह इडली के बाद आते हैं! आप चाहें त नीचे दी गई विधी का प्रयोग कर डोसा रेसिपी के लिए अलग घोल बना सकते हैं या इडली के घोल में थोक में बनाकर दोनो व्यंजन बनाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं, जिनमें अंतर केवल इतना है कि इडली के घोल में लंबे समय तख खमीर लाया जाता है और डोसा के घोल को उतने लंबे समय तक खमीर की आवश्यक्ता नहीं होती।
• उसना चावल की खास बात यह है कि आप इससे अपनी पसंद अनुसार दोनों तीखे और सादे व्यंजन बना सकते हैं, बिना स्वाद को बदले।
• चावल के दानों को टुटने से बचाने के लिए, इस चावल को हमेशा दोनो हथेली के बीच में रखकर, गोल घुमाते हुए धोयें और ना ही एक हाथ से क्योंकी एैसा करने से चावल के दाने टूट सकते हैं।
• भिगोने के बाद कभी भी चावल ना धोयें। अच्छी तरह धोकर उसके बाद ही चावल को भिगोयें; भिगोने के लिए, 30 से 45 मिनट काफी होते हैं।
• आप इस चावल से स्वादिष्ट खिचड़ी भि बना सकते हैं। उसना चावल, दाल, मसाले कप प्रैशर कुकर में डालकर सभी के पकने तक पका लें। इसका प्रयोग कर बेहद, स्वादिष्ट और आसानी से बनने वाली खिचड़ी बनाई जा सकती है, जिसे पापड़ या ककड़ी के रायते के साथ परोसा जा सकता है। दक्षिण भारत में, इसे वेन पोंगल कहा जाता है और अक्सर नारीयल की चटनी और साम्भर के साथ परोसा जाता है।
उकडा चावल संग्रह करने के तरीके
• क्योंकि चावल में अभी भी वसा की मात्रा होती है, इसके खराब होने की ज़्यादा आशंका होती है। इसलिए, कोशिश के केवल महीने भर के लिए या ज़रुरत अनुसार उसना चावल खरीदें और उनके ताज़ा होने तक प्रयोग कर लें। लेकिन फिर भी यह इतनी जल्दी भी खराब नहीं होता है, इसलिए, इसे सूखे हवा बंद डब्बे में रखकर और सूर्य की किरणौं से दुर रखकर कुछ महीनों तक रखा जा सकता है।
• पके हुए चावल को फ्रिज में रखकर 3 से 4 दिनों के लिए रख जा सकता है।
उकडा चावल के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of parboiled rice, ukda chawal in Hindi)
उकडा चावल बनाने के लिए चावल के दाने को भिगोया, भाप से पकाया और छिलके के साथ सुखाया जाता है और अंत में छिलके को हटा दिया जाता है। भाप देने की प्रक्रिया के कारण पानी में घुलनशील बी विटामिन जैसे कि थायामिन, राइबोफ्लेविन और नायासिन उकडा चवाल में जूड जाते हैं, जिससे यह सफेद चावल से बेहतर चावल माने जाते हैं। एक उच्च गुणवत्ता वाला प्रोटीन प्राप्त करने के लिए इसे दाल के साथ मिलाना एक प्रचंड विकल्प होगा। इडली के मामले में एक अनाज-दाल का सम्मिलन (उड़द दाल के साथ उकडा चावल) एक संपूर्ण प्रोटीन के रूप में काम करता है, जिसमें आपके शरीर के लिए अनिवार्य सभी 9 आवश्यक अमीनो एसिड शामिल होंगे। और फिर फाइबर की मात्रा बढाने के लिए, अपनी इडली में सब्जियाँ डालें और इसे नारियल की चटनी के साथ परोसें। पर उकडा चावल में कार्ब्स की मात्रा अधिक होती है और इसलिए वजन पर नजर रखने वालों और मधुमेह रोगियों के लिए अनुशंसित नहीं है। सफेद चावल और उकडा चावल आप के लिए अच्छा क्यों है यह पढ़ें?