भिगोई और पकाई हुई तुवर दाल (soaked and cooked toovar dal)
तुवर दाल को साफ कर उसमें से पत्थर या अन्य कंकड़ निकाल दें। पानी से धोकर, गुनगुने पानी में 30 मिनट से 1 घंटे के लिए भिगो दें, जिससे इसे पाकने में आसानी होती है। पानी छानकर, ताज़ा पानी मिलाऐं और ढ़क्कन के साथ बर्तन में पका लें या प्रैशर कुकर में 3 सिटी तक पका लें।
भिगोई हुई तुवर दाल (soaked toovar dal)
तुवर दाल को साफ कर उसमें से पत्थर या अन्य कंकड़ निकाल दें। पानी से धोकर, गुनगुने पानी में 30 मिनट से 1 घंटे के लिए भिगो दें, जिससे इसे पाकने में आसानी होती है।
अरहर/ तुअर दाल का उपयोग करके गुजराती रेसिपी | Gujarati recipes using toor dal |
1. मज़ेदार खट्टे-मीठे स्वाद के साथ, यह पारंपरिक गुजराती दाल गुजराती संस्कृति को दर्शाती है और इसमें पारंपरिक सामग्री और मसालों का प्रयोग किया गया है।
2. बहुत से गुजराती घरों में दाल ढोकली को रविवार की सुबह खास बनाया जाता है! मसालेदार गेहूं से बनी ढ़ोकली को गुजराती दाल में पकाया गया है, जिसे एक स्वादिष्ट आहार का रुप दिया जा सकता है, लेकिन आप इसे चावल के साथ भी परोस सकते हैं, जो इसे और भी स्वादिष्ट और संपूर्ण बनाता है।
3. तूवर मेथी ना ढ़ोकला इतने मज़ेदार दिखते हैं कि यह आपके मेहमानों को ज़रुर आकर्षित करेंगे! और एक बार इसे बनाकर देखने के बाद, आप अपने आप को रोक नहीं सकेंगे क्योंकि यह बेहद स्वादिष्ट लगते हैं।
खिचड़ी रेसिपी अरहर/तुअर दालl का उपयोग करते हुए | khichdi recipes using toovar dal |
1. तुवर दाल एण्ड मिक्स्ड वेजिटेबल मसाला खिचड़ी : स्वादिष्ट मसाले से भरी सब्ज़ीयाँ, चावल और दाल को इस व्यंजन में साथ पकाया गया है। एक मज़ेदार संपूर्ण व्यंजन, इस तुवर दाल एण्ड मिक्स्ड वेजिटेबल मसाला खिचड़ी को छाछ और पापड़ के साथ परोसने पर, यह एक स्वादिष्ट पोटलक खाना बनाता है।
2. तुवर दाल नी खिचड़ी : तुवर दाल नी खिचड़ी सादी खिचड़ी से बेहद अलग है, क्योंकि इसमें खुशबुदार मसालों का प्रयोग किया गया है। रसवाला बटेटा नू शाक और किसी भी तरह की कड़ी और रोटला के साथ परोसने पर, यह एक संपूर्ण और शानदार खाने को दर्शाता है।
तुवर दाल का उपयोग कर दक्षिण भारतीय व्यंजनों | South Indian recipes using toovar dal |
1. अडाई रेसिपी
2. टमॅटो रसम : घर पर बने दक्षिण भारतीय खाने के वास्तविक स्वाद का मज़ा लेने के लिए यह एक पर्याप्त व्यंजन। रसम हर दक्षिण भारत खाने का एक मुख्य भाग है, और इसे अकसर साम्भर (या दुसरे कूज़ाम्बू) के बाद मुख्य खाने के भाग के रुप में परोसा जाता है।