अन्य नाम
सोया पनीर
टोफू क्या है?
चायना से उत्तपन्न हुए टोफू को अक्सर उसमे उच्च मात्रा मे प्रोटीन होने कि वजह से शाकाहारी इसे एक पौष्टिक खाना मानते है। यथार्थता से टोफू बेस्वाद या असुगंधित होता है, यह नमकीन और मीठे व्यंजन बनाने के लिये उपयुक्त है, जिनका तेज़ और अत्यधिक तीव्र स्वाद होता है। टोफू बनाने के लिये, ताज़े सोया बीन को भीगोकर, पीसा, अबाला और छाना जाता है। सोया दूध का टोफू मे यह बदलाव दूध से चीज़ बनाने के जैसा होता है। सोया दूध को फाड़कर दही बनाया जाता है और बड़े टुकड़े मे बनाया जाता है। चीज़ के यह टुकड़ो को टोफू कहा जाता है। ताज़ा टोफू घर पर बनाया जा सकता है या बाज़ार से भी खरीदा जा सकता है।
कटा हुआ टोफू (chopped tofu)
टोफू के बड़े टुकड़े को काटने के बोर्ड में रखकर छोटे टुकड़ो में काट लें। टोफू को व्यंजन अनुसार बारीक या बड़े टुकड़ो मे काटा जा सकता है।
चूरा किया हुआ टोफू (crumbled tofu)
टोफू का चूरा करने के लिये, टोफू का एक छोटा टुकड़ा अपने हाथ मे लेकर ज़रुरत अनुसार बारीक या मोटा चूरा बना लें। साथ ही आप टोफू को प्लास्टिक बैग मे रखकर हथेली का प्रतोग कर चूरा बना सकते है। इसका विभीन्न प्रकार के व्यंजन मे भरवां मिश्रण के रुप मे प्रयोग किया जा सकता है।
सख्त टोफू (firm tofu)
तला हुआ टोफू (fried tofu)
तला हुआ टोफू बनाना आसान और अपने आप में हि एक सौम्य व्यंजन है, लेकिन इसे डिपस् या सॉस, चिली या सेसमे तेल के साथ भी परोसने से इसका स्वाद बेहतरीन तरीके से उभर कर आता है। नरम टोफू के अलावा सभी प्रकार के टौफू को तला जा सकता है। टोफू स्लाईस जितना पतला होगा, उतना ही करारा बनेगा। यह अक्सर वनस्पति तेल, सनप्लावर या कनोला तेल मे तले जाते है और प्रतयेक तेल से टोफू को अलग स्वाद और रुप मिलता है और वह टोफू को उपर से करारा और अंदर से नरम और हल्का बनाते है।
कसा हुआ टोफू (grated tofu)
इसके लिये, हाथ किसनी से टोफू को कसा जाता है। कसा हुआ टोफू बारीक होता है और बेक्ड व्यंजन जैसे ऑ ग्रेटिन या कैसेरोल बनाने में इसका प्रयोग होता है।
बारीक लंबा कटा टोफू (shredded tofu)
श्रैडर का प्रयोग कर टोफू को पतले लंबे आकार में अलग-अलग कर काट सकते है। इसके अलावा आप बाज़ार से तैयार बारीक लबा कटा टोफू खरीद सकते है।
स्लाईस्ड टोफू (sliced tofu)
आप स्लाईसर का प्रयोग कर सकते हैं या तेज़ धार वाले चाकू का प्रयोग कर टोफू के, व्यंजन अनुसार, मोटे या पतले स्लाईस काट सकते है।
टोफू के टुकड़े (tofu cubes)
टोफू के बड़े टुकड़े को तिरछा रखकर चौड़ी और चपटी पट्टीयों मे काट लें। इन पट्टीयों को एक के उपर एक रखकर लंबा काट लें, (१/२" स्लाईस छोटे टुकड़ो के लिये, १" स्लाईस बड़े टुकड़ो के लिये)। इन कटे हुए स्लाईस को १/२ या १" के आकार में तिरछा काटने से टोफू के टुकड़े प्राप्त होंगे।
टोफू कि पट्टियाँ (tofu strips)
व्यंजन विधी अनुसार टोफू के मोटे या पतले पट्टी काट लें।
टोफू चुनने का सुझाव (suggestions to choose tofu, soya paneer, bean curd)
• टोफू खरीदने से पहले बनने और समापन कि दिनाँक ज़रुर पढ़ लें।
• टोफू को थोक मे या अलग-अलग और पैक करकर, तला हुआ या फ्रिज़न भी बेचा जाता है।
• टोफू को थोक ममें खरीदते समय,उसका पानी झागदार ना दिखकर ताज़ा दिखना चाहिए।
• टोफू कड़ा, नरम या मुलायम रुप में मिलता है। यह स्मोक्ड, मसाले वाला या मेरीनेटड स्वाद में भी मिलता है।
• चाहे किसी भी रंग के सोयाबीन का प्रयोग किया हो, उससे बने टोफू का रंग शुद्ध सफेद से हल्का पीला होना चाहिए।
• टोफू की सारी तरफ से जाँच करते वक्त अगर किसी भी प्रकार के रंग में बदलाव या फफूँदी दाग दिखे तो इसका मतलब है कि वह खराब या बाँसी हो चुका है।
टोफू के उपयोग रसोई में (uses of tofu, soya paneer, bean curd in cooking)
• एशियाई खाने में टोफू का अपना मुख्या स्थान है। इसे कच्चा, स्टय़ू कर, स्टा फ्राईड रुप में, सूप में मिलकार, सॉस के रुप में या भरावां मिश्रण भर कर खाया जाता है।
• टोफू जितना स्थिर होता है उतने ही बेहतरीन तरीके से यह कबाब, उपहासी माँस और इसी प्रकार के अन्य व्यंजन बनाने के लिये उपयुक्त होता है।
• नरम विकल्प वाला टोफू डेज़र्ट, सूप, शेक और सॉस बनाने में काम आते है।
• शाकाहारीयों के लिये कसा हुआ टोफू माँसाहारी और पनीर के स्थान पर प्रयोग किया जाता है। क्योंकि पिछले पदार्थ मे टोफू कि तुलना में ज़यादा मात्रा में वसा होता है।
• दक्षिण-पुर्व एशिया में, टोफू को अक्सर विभिन्न प्रकार के विदेशी सामग्री के साथ मिलाकर मुख्य भोजन और डेज़र्ट के रुप में परोसा जाता है। टॉपिंग जैसे उबली हुई मूँगफली, आज़ूकि बीनस्, पका हुआ ओटमील, कचालू, मूँग और अदरक या बादाम के स्वाद वाले सिरप, यह सभी टोफू के साथ बेहतरीन जजते है।
• फिलीपिंस का एक मीठा व्यंजन, ताहो, ताज़े टोफू को भूरी शक्कर और साबूदाने के साथ बनाया जाता है।
टोफू संग्रह करने के तरीके
• पैक किये हुउ टोफू को बिना खोले फ्रिज में ज़यादा से ज़यादा ९० दिनो के लिये रखा जा सकता है।
टोफू के फायदे, स्वास्थ्य विषयक (benefits of tofu, soya paneer, bean curd in hindi)
• टोफू में उच्च मात्रा मे कॅलशियम, मिनरल और विटामीन ई होता है और साथ ही यह सैचूरेटड वसा में कम और कलॅस्ट्राल से वंचित होता है।
• आईसोफ्लेवोन स्त्री के हार्मोन; ईस्ट्रोजन का अनुकरण माना जाता है और वह सभी स्त्री जिनमे इसकि कमी होती है, उनके लिये यह उपयुक्त होता है।
• चूँकि टोफू प्रोटीन का मान्य स्त्रोत है, इसके प्रत्येक विकल्प भिन्न मात्रा मे इसे प्रसान करते है। स्थिर टोफू मे १०.७% कि मात्रा होती है, नरम मुलायम टोफू में ५.३% और इनमे वसा कि मात्रा क्रमंशः २% औेर १% होती है।
• टोफू को उपयुक्त मात्रा मे अपने आहार का भाग बनाना चाहिए। इसकी ज़रुरत से ज़यादा मात्रा शरीर को प्रतिकुल रुप से प्रभावित कर सकती है।
• आधुनिक चिकित्सक खोज यह बताता है कि टोफू या सोया दही कलेस्ट्रॉल कि मात्रा कम कर सकते है और साथ ही वसा कि मात्रा।