चना सुंदल की कितनी कैलोरी होती है?
चना सुंदल की एक छोटी सर्विंग (115 ग्राम) 212 कैलोरी देती है। जिसमें से कार्बोहाइड्रेट में 107.6 कैलोरी होती है, प्रोटीन में 30.4 कैलोरी होती है और शेष कैलोरी फैट से आती है जो 68.4 कैलोरी होती है। काला चना सुंदल की एक सर्विंग 2,000 कैलोरी के एक मानक वयस्क आहार की कुल दैनिक कैलोरी आवश्यकता का लगभग 10 प्रतिशत प्रदान करती है।
सुन्दल के 1 serving के लिए 212 कैलोरी, कोलेस्ट्रॉल 0, कार्बोहाइड्रेट 26.9, प्रोटीन 7.6, वसा 8.3.
See सुंदल रेसिपी | चना सुंदल | तमिलियन चना सुंदल | स्वस्थ सुन्दल | sundal recipe in hindi | with 25 images. सुंदल रेसिपी एक लोकप्रिय तमिलियन स्ट्रीट फूड स्नैक है जिसे चाय के साथ खाया जाता है। चना सुंदल बनाना सीखें।
समुद्र तटों और पार्कों से लेकर मंदिरों तक, दक्षिण भारत, विशेषकर तमिलनाडु में सुंदल सर्वव्यापी है!
सुंदल के बारे में इतना खास क्या है कि यह गर्मी के गर्म दिन में उतना ही स्वागत योग्य है जितना कि ठंडी सर्दियों की शाम में!
चना सुंदल लगभग सभी फलियों से बनाया जा सकता है, लेकिन सफेद या भूरे चने के साथ विशेष रूप से अच्छा लगता है।
चना सुंदल एक स्वस्थ दक्षिण भारतीय चना रेसिपी है जिसे नारियल के तेल और उड़द की दाल से बनाया जाता है। छोले में फाइबर अधिक होता है जिसके परिणामस्वरूप आपका पेट रिफाइंड कार्ब्स की तुलना में बहुत अधिक भरा हुआ महसूस होता है। एक कप पके चने में १४ ग्राम प्रोटीन होता है, जो काफी अच्छी मात्रा है।
सुंदल अक्सर दक्षिण भारत में जन्माष्टमी और नवरात्रि जैसे त्योहारों के दौरान बनाया जाता है। हमने बिना प्याज और लहसुन के चना सुंदलसात्विक बनाया है।
क्या चना सुंदल स्वस्थ है?
हाँ, यह स्वस्थ है. लेकिन कुछ पर प्रतिबंध लागू होते हैं।
आइए सामग्री को समझते हैं।
क्या अच्छा है।
काबुली चना (Benefits of Kabuli Chana, white chick peas in Hindi): काबुली चना जो भारत में चोले में लोकप्रिय रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं, यह एक काम्प्लेक्स कार्ब्स हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि को रोकते हैं और मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे होते हैं। काबुली चना फाइबर में उच्च होते हैं जिसके परिणामस्वरूप आपके पेट को परिष्कृत कार्ब्स (refined carbs) की तुलना में बहुत अधिक भरा हुआ महसूस होता है। एक कप पके हुए काबुली चना में 14 ग्राम प्रोटीन होता है, जो वास्तव में बहुत अच्छी मात्रा होती है। काबुली चना के 10 फ़ायदों के लिए यहाँ पढें।
नारियल का तेल (Benefits of Coconut Oil, nariyal ka tel in Hindi) : नारियल का तेल एक मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स (MCT - Medium Chain Triglycerides) है। अन्य वसाओं के विपरीत, वे आंत (gut) से सीधे यकृत (liver) में जाते हैं। यहाँ से, उन्हें फिर ऊर्जा के स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है। चूंकि MCT की कैलोरी का सीधा उपयोग किया जाता है, इसलिए उनका शरीर में वसा के रूप में संग्रहीत होने की संभावना कम होती है। MCT आपके दिमाग और मेमरी फ़ंक्शन को भी बेहतर बनाते हैं, वे आपकी ऊर्जा के स्तर को भी बढ़ावा देते हैं और आपके एन्ड्योरन्स में भी सुधार करते हैं। नारियल के तेल में रहित एम.सी.टी. एच.डी.एल. कोलेस्ट्रॉल (HDL cholesterol) की गिनती को बढ़ाते हुए एल.डी.एल. कोलेस्ट्रॉल (LDL cholesterol) (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करता है, रक्तचाप को बनाए रखता है और मधुमेह रोगियों के लिए भी अच्छा है। नारियल तेल के विस्तृत लाभ पढें।
नारियल (Benefits of Coconut, nariyal in Hindi): ताजा नारियल में संतृप्त वसा (saturated fats) होती है लेकिन इसका अधिकांश भाग एम.सी.टी. (मध्यम श्रृंखला ट्राइग्लिसराइड्स) होता है जो वजन घटाने को बढ़ावा देता है। नारियल के उच्च लौरिक एसिड (lauric acid) के साथ उच्च फाइबर 13.6 ग्राम (आर.डी.ए. का 45.3%) शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार करता है। इंसुलिन सिक्रीशन (insulin secretion) की क्रिया में सुधार और रक्त शर्करा के स्तर को कम करना मधुमेह रोगियों के लिए नारियल का एक और लाभ है। नारियल के 10 आश्चर्यजनक लाभों के लिए यहां पढें।
उड़द की दाल (urad dal benefits in hindi): 1 कप पकी हुई उड़द की दाल आपकी 69.30% फोलिक एसिड की दैनिक आवश्यकता कोपूरी करती है। उड़द की दाल में मौजूद फोलिक एसिड आपके शरीर में नई कोशिकाओं, विशेष रूप से लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन औररखरखाव में मदद करती है। फॉस्फोरस से भरपूर होने के कारण यह कैल्शियम के साथ मिलकर हमारी हड्डियों का निर्माण भी करतीहै। इसमें फाइबर भी भरपूर है और इसलिए यह दिल के लिए, कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए और मधुमेह के लिए अच्छा है। उड़द दाल के 10 सुपर फायदे के लिए यहाँ देखें।
क्या मधुमेह रोगी, हृदय रोगी और अधिक वजन वाले लोग चना सुंदल खा सकते हैं?
जी हां, यह नुस्खा मधुमेह, हृदय और वजन घटाने के रोगियों के लिए अच्छा है। काबुली चना जो भारत में चोले में लोकप्रिय रूप से इस्तेमाल किए जाते हैं, यह एक काम्प्लेक्स कार्ब्स हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि को रोकते हैं और मधुमेह रोगियों के लिए अच्छे होते हैं।
क्या स्वस्थ व्यक्ति चना सुंदल खा सकते हैं?
जी हां |
चना सुंदल में यह अधिक होता है। मैक्रोन्यूट्रिएंट्स, विटामिन और खनिज अवरोही क्रम में दिए गए हैं (उच्चतम से निम्नतम)।
- फाइबर ( Fibre) : फाइबर हृदय रोग के जोखिम को कम करता है, रक्त शर्करा के स्तर में तुरंत बढावे को रोकता है और इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए फायदेकारक है। फल, सब्जियां, मूंग, ओट्स, मटकी, साबुत अनाज का सेवन करें। 50% of RDA.
- फोलिक एसिड ( Folic Acid, Vitamin B9): फॉलिक एसिड पूरे गर्भावस्था के लिए एक आवश्यक विटामिन है। 39% of RDA.
- मैग्नीशियम (Magnesium): हड्डियों और दांतों के निर्माण के लिए मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है। कैल्शियम और पोटेशियम के चयापचय में भी यह मदद करता है। 21% of RDA.
- कैल्शियम से भरपूर रेसिपी ( Calcium ): कैल्शियम एक ऐसा खनिज है जो हड्डियों को मजबूत रखने के लिए एक आवश्यक खनिज है। बच्चों से वयस्कों सब के लिए आवश्यक है। 15 % of RDA.
- प्रोटीन (protein ): शरीर के सभी कोशिकाओं के भरण-पोषण के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। 14 % of RDA.